क्षत्रिय करणी सेना का ध्येय एवं पृष्ठभूमि संकल्प

क्षत्रिय करणी सेना के संस्थापक एवं राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ. राज शेखावत जी वर्ष 2017 से करणी सेना में सक्रिय भूमिका निभा रहे हैं। फ़िल्म पद्मावत के विरोध से पूर्व 2017 में करणी सेना परिवार से जुड़कर उन्होंने निरंतर क्षत्रिय समाज की एकजुटता और सम्मान के लिए अग्रणी भूमिका निभाई है। संगठन का मुख्य एवं एकमात्र लक्ष्य भारतवर्ष के क्षत्रिय की परिभाषा में आने वाले सामान्य श्रेणी एवं अन्य पिछड़ी जाति के सभी क्षत्रियों को संगठित करना है, ताकि लोकतंत्र के रजवाड़ों/रियासतों जैसे ग्राम पंचायत, तहसील पंचायत, ज़िला पंचायत, विधानसभा, लोकसभा एवं राज्यसभा मे क्षत्रिय समाज की सशक्त उपस्थिति सुनिश्चित की जा सके।इन लोकतांत्रिक रजवाड़ों में प्रभावी उपस्थिति दर्ज कराने हेतु समस्त क्षत्रियों का आपसी रोटी व्यवहार और परस्पर सहयोग अति आवश्यक है। यही मार्ग क्षत्रिय समाज को सशक्त बनाने और सत्ता में सम्मानजनक भागीदारी दिलाने की ओर ले जाएगा।

हमारा एकमात्र लक्ष्य - भारतवर्ष के समस्त क्षत्रियों (सामान्य व अन्य पिछड़ी जाति) को संगठित कर सत्ता में सशक्त उपस्थिति दर्ज कराना एवं क्षात्र धर्म का निर्वहन करना। करणी सेना का संदेश - “संगठित क्षत्रिय – सशक्त क्षत्रिय – सम्मानित क्षत्रिय”।

“क्षात्र धर्म विजयते”
माँ करणी शक्ति प्रदान करे ।